19 नवंबर 2013

भेड़िया सूर्य को खा जाएगा

अगर आज यहाँ वाइकिंग होते । तो यॉर्क में बजे एक भोंपू की आवाज से हर जगह अफरा तफरी का माहौल हो जाता । इस प्राचीन वाद्य यन्त्र को 14 नवम्बर की रात को बजाया गया । जो कि नॉर्स मिथक के अनुसार विश्व के समाप्ति के ठीक 100 दिन बचे होने का द्योतक है । किंवदंतियों के अनुसार नॉर्स देवता, हाईमडाल इस जेलेर्र्होर्न ( भोंपू ) को बजाकर वाइकिंग प्रलय का संकेत देते । जिसे " रेग्नरोक " के नाम से भी जाना जाता है । रेग्नरोक जिसका अर्थ होता है - देवताओं की क़यामत । सर्दियों की सर्दी के बाद आयेगी । वाइकिंग लोगों का मानना था कि प्रलय से पूर्व धरती पर लगातार तीन जमा देने वाली सर्दियाँ आयेंगी । जिनके बीच कोई गर्मी नहीं पड़ेगी । समस्त नैतिकता अद्रश्य हो जायेगी । और दुनिया भर में युद्ध छिड जायेंगे । जो कि अंत की शुरुआत के द्दोतक हैं । भेड़िया सूर्य को खा जाएगा । और उसका भाई हाटी चंद्रमा 

को खा जाएगा । आकाश में से सारे तारे गायब हो जायेंगे । और धरती अनंत अन्धकार में चली जायेगी । नॉर्स मिथकों के विशेषज्ञों ने गणना की है कि वाइकिंग लोगों के अनुसार ये घटना 22 फरवरी 2014 को होगी । इस दिन देवता ओडिन फेंरीर नामक भेडिये और अन्य " निर्माता " देवताओं के हांथों मार दिए जायेंगे । प्रचंड भूकंप आयेंगे । समुद्र उपाद चढ़ जाएगा । धरती और आकाश विषाक्त हो जायेंगे । इस मौत के बाद धरती को समुद्र में डूब जाने का पूर्वादेश मिला है । जिससे एक नयी, अनंत संसाधनों से परिपूर्ण; काल्पनिक सी दुनिया का मार्ग प्रशस्त होगा । कथा के अनुसार इस बात का प्रभाव सर्वप्रथम मनुष्यों पर पड़ेगा । भाई भाई से लडेगा । और सभी सीमाएँ समाप्त हो जायेंगी । सीमाएँ समाप्त होने का आशय हम आज के इन्टरनेट युग से ले सकते हैं । वाइकिंग लोगों के अनुसार प्रलय से पूर्व एक भीषण ठण्ड का भी जिक्र है । हाल ही में सूर्ये के उर्जा उत्सर्जन में कमी के चलते ऐसा अनुमान है कि धरती एक छोटे हिमयुग का सामना कर सकती है । कथा के एक और हिस्से में बताया गया है कि मिड्गार्ड का सरीसृप जिसका नाम जोर्मुडगंड है । वह स्वयं को अपनी पूंछ से आजाद कर लेगा । और समुद्र से ऊपर उठेगा ।
इस लिंक पर पूरा लेख अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है ।
http://www.dailymail.co.uk/sciencetech/article-2507778/Will-world-end-100-days-Sounding-ancient-trumpet-York-warns-Viking-apocalypse-22-February-2014.html

इसी विषय पर तीनों लिंक्स -
अगले चार महीनों में क्या होने वाला है
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/10/blog-post_9.html
लिख गयी है महाविनाश की रूपरेखा
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/10/blog-post_11.html
महाविनाश की उलटी गिनती शुरू 
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/11/blog-post_22.html
ऐसा ही एक और संदर्भ -
एडगर केसी ने अपने जीवन में बहुत सी बातें कहीं । वो तंद्रा की अवस्था में यह सब बताते थे । इसलिए उन्हें sleeping prophet कहा जाता है । उन्होंने लगभग हर विषय पर बोला । उदाहरण के लिए बीमारी के इलाज बताए । लेकिन समस्या यह है कि उनके बताए उपायों में प्रयोग होने वाली वस्तुएं या तो धरती पर से समाप्त हो गईं । या आने वाले समय में खोजी जाएंगी । इस कारण कई मरीजों की इलाज पता लगने के बावजूद मृत्यु हो जाती थी । केसी द्वारा बोली गई बातें श्रृंखलाबद्ध रूप में संकलित हैं । और इन पर अध्ययन के लिए यह सोसाइटी कार्य कर रही है ।
 http://www.edgarcayce.org/edgar-cayce1.html

एडगर केसी " अनेक महल " 8
http://panchjanya.com/arch/2005/6/12/File16.htm


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